किसी प्रदेश में विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=\frac{2}{5} E _{0} \hat{ i }+\frac{3}{5} E _{0} \hat{ j }$ है यहाँ $E _{0}=4.0 \times 10^{3} \frac{ N }{ C } \mid Y - Z$ तल के समान्तर $0.4\, m ^{2}$ क्षेत्रफल के आयताकार पष्ठ से गुजरने वाला इस क्षेत्र का फ्लक्स $.........\,Nm ^{2} C ^{-1}$ होगा।
$624$
$661$
$620$
$640$
आरेख में दर्शाए अनुसार $+12\, \mu C$ का कोई बिन्दु आवेश $12 \,cm$ भुजा वाले किसी वर्ग के केन्द्र के ऊर्ध्वाधर ऊपर $6 \,cm$ दूरी पर स्थित है। इस वर्ग से गुजरने वाले विधुत फ्लक्स का परिमाण $......\,\times 10^{3} Nm ^{2} / C$ होगा।
तीन समान धन आवेश $q$ एक समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर रखे हैं परिणामी विद्युत बल रेखाऐं निम्न प्रकार से खींची जा सकती है
मुक्त आकाश के एक क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र दिया जाता हैं $\overrightarrow{ E }= E _{ o } \hat{i}+2 E _{ o } \hat{j}$ जहाँ $E _{0}=100 \;N / C$ । $Y - Z$ तल के समान्तर $0.02 \;m$ त्रिज्या के वृत्तीय पृष्ठ से गुजरने पर इस विद्युत क्षेत्र का फ्लक्स लगभग हैं :
$L$ मीटर भुजा की एक वर्गाकार सतह , पेपर के समतल में, किसी एक समान विधुत क्षेत्र में रखी है। विधुत क्षेत्र की तीव्रता $E( v / m )$ है और यह उसी समतल के अनुदिश, वर्ग की क्षैतिज भुजा से $\theta$ कोण पर कार्य करता है , जैसा की चित्र (आरेख ) में दिखाया गया है। इस सतह से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स, $volt.\, m$ में है
एक वैद्युत क्षेत्र $(6 \hat{\mathrm{i}}+5 \hat{\mathrm{j}}+3 \hat{\mathrm{k}}) \mathrm{N} / \mathrm{C}$ से प्रदर्शित किया गया है। $\mathrm{YZ}$-तल में $30 \hat{\mathrm{i}}$ मी. $^2$ क्षेत्रफल से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स ($SI$ मात्रक में) है :